Friday, 13 June 2014

कब तक रहेगा



सितम का सिलसिला कब तक रहेगा । 
सनम से फ़ासिला कब तक रहेगा ॥ 

शराफ़त में लुटा है जो भला वो । 
शराफ़त से भला कब तक रहेगा ॥ 

रक़ीबों का हमारी चाहतों में । 
बताओ दाख़िला कब तक रहेगा ॥ 

परिंदे ने नहीं सोचा हवा में । 
सलामत घोसला कब तक रहेगा ॥ 

हमारा हर घड़ी दिल तोड़ते हैं । 
ये उनका मश्ग़ला कब तक रहेगा ॥ 

चला है जो किसी की जुस्तजू में । 
सफ़र में क़ाफ़िला कब तक रहेगा ॥ 

दिलों के दुश्मनों से आख़िरश अब । 
हमारा दिल मिला कब तक रहेगा ॥ 

अगर हिम्मत हो ख़ुद की पर्बतों सी । 
रुका ये ज़लज़ला कब तक रहेगा ॥ 

शिकम के वास्ते भी कुछ जतन कर । 
सुखन में मुब्तिला कब तक रहेगा ॥ 

टिका 'सैनी' तेरे अब हौसले पर । 
मगर ये हौसला कब तक रहेगा ॥ 

डा०सुरेन्द्र सैनी  

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